पैरों की पायल ----------------------- दिन रात बजती है जब तेरे पैरों की पायल। दिल के तार बजते हैं दिल की धड़कन बढ़ती है दिल हो जाता है घायल। शायरः-शैलेन्द्र सिंह यादव #NojotoQuote शैलेन्द्र सिंह यादव की शायरी दिन रात जब बजती है।