अच्छा सा सपना देखूँ, उसमें तुझे देखूँ आईना जब जब देखूँ, उसमें तुझे देखूँ। जानती हूँ तुझे पसंद है महक मिट्टी की जब जब गीली मिट्टी देखू, उसमें तुझे देखू। यूँ तो इंतजार नहीं करती आँखे किसी का जब जब दरवाज़ा खोलूँ, उसमें तुझे देखूँ। सुबह के ठंडे स्पर्श सी छुअन है तुम्हारी जब जब किरणों को देखूँ, उसमें तुझे देखूँ। अब तुम ही बताओ मैं और क्या देखूँ जब जब कुछ भी देखूँ, उसमें तुझे देखूँ। कि तुझमें रब दिखता है.. यारा मैं क्या करूँ #yqbaba #yqaestheticthoughts #yqdidi #love #kumaarsthought #kumaarwrites2022 #एहसासऔरतुम #kumaarromance Collaborating with Aesthetic Thoughts