तुम शिव नहीं, तो मैं सती कैसे बन जाऊं? जिसने वैरागी को दुनिया भूलने पर मजबूर कर दिया, वैसी आत्मा मैं कैसे बन जाऊं। तुम कहो तो सीता बन जाऊं, पहले तुम सत्युग के राम तो बन जाओ। मैं तुम्हारी रूक्मिणी बन जाऊं, चलो छोड़ो कृष्ण जैसा राधा के लिए प्रेम रख कर दिखाओ। क्या कहते हो देवी बन जाऊं? पहले तुम स्त्री का सम्मान कर दिखाओ, छोड़ो जाने दो,इंसान हो इंसान की तरह ही बन जाओ।