इजलास हो तकरीर हो जलसा हो या आम मुशायरा किससे क्या उम्मीद करें की कौन किस तरह का गुल खिलाएगा यह जमाना फरेब से लबरेज है दोस्तों आज लजीज जाएका खाएगा कल खुशबू तक भूल जाएगा ©Aurangzeb Khan #jmana