कब से निगाहें आपकी तलाश में थीं दिल की सुने या वक़्त की.., आहें भरतीं इन तमन्नाओ से जऱा पूछो , कितना सुकूँ मिलता है इन्हें बस एक चेहरे से... DQ : 285 बस एक तेरा खुद में होने से... ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ Transliteration : Kab se nigaahein aapki talaash mein thi,