मेरे अल्फ़ाज़ में मेरे जज़्बात..... जो तुझे सुनाने को मै बेताब..... बहुत बरस गुज़र गए साथ गुफ्तगू किए..... आ बैठ आज सुकून के कुछ लम्हे बिताते हैं। तुझे अपने दिल के अनकहे जज़्बात सुनाते हैं..... हमारे साथ बिताए पल के किस्से याद दिलाते हैं। साथ बैठ कर सारी उलझने सुलझाते हैं...... आ आज सुकून के कुछ पल बिताते हैं। आज मौन हो कर तुझे अनकही बातें बताते हैं। बस....तू मेरे मौन को मेरी नाराज़गी न समझना....., क्योंकि,,,,,,,,, अल्फ़ाज़ अधूरे हो सकते हैं पर जज़्बात नही। अल्फ़ाज़ अधूरे हो सकते हैं पर जज़्बात नही.... #longdistancerelationship #lovequotes #unconditionallove #ankahibaatein #yqquotes #lifequotes