एक हाथ हिंसा तो दूसरे हाथ में अहिंसा की लाठी चाहिए वतन के लोगों से कहो वतन को भी थोड़ी आशिक़ी चाहिए किनारे मजबूत मगर अंदर से जो खोखला कर रहे देश को इस अंधेरे को अब कभी ना बुझने वाली बाती चाहिए वतन से इश्क़ हो अगर वतन पर मर मिटना आसान है देश के वीरों को कारगिल के लिए कुछ नए साथी चाहिए कान में गए वीरों के किस्से रोम रोम से झाँकते कासिम कहे सजदों के लिए सदा इस देश की ही माटी चाहिए #विजयदिवस #yqdidi #india #kargilvijaydiwas #poetry