#FourLinePoetry हमने देखे हैं हृदय बहुत-से उजड़ते गुलशन, कोई वीरानियों से कहे यूँ ही इल्ज़ाम न लें... कभी झूमते-गाते आता था मेरे दर पर अमन, कोई दहशतों से कहे यूँ ही आराम न लें... -रेखा "मंजुलाहृदय" ©Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" #fourlinepoetry #Rekhasharma #मंजुलाहृदय #Aug 6th, 2021 @05:44 pm