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मेरे शिक्षक कभी डांट कर, इसने प्यार जताया कभी रोक

मेरे शिक्षक कभी डांट कर, इसने प्यार जताया

कभी रोक-टोक कर चलना सिखाया,

कभी काली स्लेट पर चाक से,

उज्ज्वल भविष्य का सूरज उगाया |

ढाल बनकर के हर मुश्किल से बचाया |

कभी हक़ के लिये लड़ना सिखाया,

कभी गलती बताकर कभी गलती छुपाकर,

एक सच्चे गुरु का फर्ज निभाया,

कभी माता – पिता बन दी सलाह,

कभी दोस्त बन हौसला बढ़ाया | #MereShikshak   Abhishek Singhwaiya Ronak Gulati OM BHAKAT "MOHAN,(कलम मेवाड़ की) SIR JI Vandana Bisht
मेरे शिक्षक कभी डांट कर, इसने प्यार जताया

कभी रोक-टोक कर चलना सिखाया,

कभी काली स्लेट पर चाक से,

उज्ज्वल भविष्य का सूरज उगाया |

ढाल बनकर के हर मुश्किल से बचाया |

कभी हक़ के लिये लड़ना सिखाया,

कभी गलती बताकर कभी गलती छुपाकर,

एक सच्चे गुरु का फर्ज निभाया,

कभी माता – पिता बन दी सलाह,

कभी दोस्त बन हौसला बढ़ाया | #MereShikshak   Abhishek Singhwaiya Ronak Gulati OM BHAKAT "MOHAN,(कलम मेवाड़ की) SIR JI Vandana Bisht

@Abhishek Singhwaiya @Ronak Gulati OM BHAKAT "MOHAN,(कलम मेवाड़ की) SIR JI @Vandana Bisht">#MereShikshak Abhishek Singhwaiya Ronak Gulati OM BHAKAT "MOHAN,(कलम मेवाड़ की) SIR JI Vandana Bisht #story