दिल तो करता हैं की रूठ जाऊँ कभी बच्चों की तरह.. फिर सोचता हूँ कि मनाएगा कौन..? दिल तो करता हैं की रूठ जाऊँ कभी बच्चों की तरह.. फिर सोचता हूँ कि मनाएगा कौन..?