#5LinePoetry तुम्हारे प्रेम में मैं इतना परिपक्व हुआ, जानता हूं कि उस अनंत बिंदु पर भी समंदर को अम्बर नहीं मिलता, किसी छल को जीवन भर जी कर भी दिल को दिलबर नहीं मिलता सदानन्द कुमार ©Sadanand Kumar #5LinePoetry #best_poetry #IshqUnlimited #DilKaSukoon #Life_experience #dilbechara