हसीन सपना रोज तेरे सीने पे सर रख के तेरी धड़कने सुना करती हु.. तेरे बाजुओ में सिमट के नये नये खा़ब बुना करती हु!! है जहां में क्या.. इससे भी कोई हसीन सपना?? #HaseenSapna