इजहार कभी कभी भावनाओं के ही नही इंसानियत के भी होते है हाथो मे फूल लेकर आगे बढ़ने को इज़हार नहीं कभी-कभी अच्छे परवरिश के संस्कार कहते हैं हमने तो इजहारे वतन को किया है ताउम्र इश्क़ निभायेंगे #country - nayak 0.9