(माँ , सुनो ना ...मैं पढ़ना चाहती हूँ , मुझे अपने सपने पूरे करने हैं , अभी शादी नही करनी माँ " ) आयत बेटा , आज स्कूल से छुट्टी ले लेना कुछ दिनों की ...इन्हीं 1-2 दिनों में लड़के वाले देखने आने वाले हैं तुम्हें , तो अपना हुलिया थोड़ा ठीक कर लो । तुम्हारे पापा बता रहे थे कि लड़का बहुत सुंदर हैं , तो तुम भी कही फीकी न लग जाओ .... माँ , बस भी करो ...मैं आपसे आके बात करती हुँ , मुझे स्कूल जाना है (ये माँ भी ना , न जाने कब समझेंगे ) आज बहुत ही खास दिन हैं , वो दिन आ ही गया जब कथक नृत्य की सबसे बेहतरीन डांसर को राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुती करने का मौका मिलेगा , मैं बहुत खुश हुँ आज , मैं जानती हूँ , उसमे आयत का नाम जरूर होगा (अब मै मेरे सपने ...सब खेरियत रखना मेरे मौला ) स्कूल ख़त्म होते ही , अपने सपनो की पहली सफलता हाथ में लिए (आख़िर मेरा चयन हो ही गया ) आयत दौड़ते हुए घर पहुंची ...की कुछ अलग ही माहौल था । अरे , भाईसाब ..केसी बाते कर रहें हैं आप ..आयत तो हमारी बेटी जैसी हैं । हमें आपके संस्कारों पर पूरा भरोसा हैं , हमारी ओर से तो रिश्ता पक्का समझो । माँ , आप मेरी बात तो सुनो ...मेरा सपना है कि मैं कत्थक के लिए जानी जाऊं... माँ ...माँ ...सुनो ना ... पापा , देखिए ना माँ को क्या हो गया । और , देखते देखते शाम होने को हैं ...पापा बता रहे थे कि माँ को दिल की बीमारी हैं .. और 'मेरी शादी' उनकी 'इच्छा ' । अरे , माँ - अब्बू ..आप आ गए , कितनी देर लगा दी । मैं कब से आपका इंतजार कर रही थी , आखिर मेरे शादी का जोड़ा भी तो लाना हैं ...। ©kanak lakhesar .... #colours #kanaklakhesar #helpless_situation #story