अच्छाईयों पर अपनी गुरूर मत किया करो दिया सबका बुझता है इंतज़ार अपना किया करो वक्त के हाथों मजबूर है हर ज़िदंगी,हर फ़ैसला इत्तफा़कों को छोड़ दो हकीकत में अब जिया करो गुज़र जाएगा ये दौर भी कौन सी नई बात है पुरानी गलतियों से सीखकर नई गलतियाँ फिर किया करो... ©abhishek trehan 🎀 Challenge-373 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। 2 पंक्तियों अथवा 20 शब्दों में अपनी रचना लिखिए।