तुम सही समय पर चले गए, या बुरा वक़्त वो मेरा था ? वो सच में काली रात ही थी? या मेरे जीवन में ही अंधेरा था। कभी खुशियों का था राज यहाँ। पर अब बस मातम का डेरा था। हर दम महफ़िल सा रहता था। अब मैय्यत सा ये चेहरा था। दिल के टुकड़े कहते अब भी। वो जैसा भी था मेरा था।❤️❤️ ©lafz_by_seth #shayari #hindi #urdu #writer #love