कुछ शब्द उनके लिए जो बोलते हैं आज़ादी लाना कौन सा बड़ा काम था ? _____________ कांटों पे चलके फूल में पैर रखने तक का सफर आसान है क्या, आज़ादी की हवा महकाना इतना आसान है क्या ! ज़हर को अमृत की तरह पी जाना आसान है क्या, सारे रिश्ते नाते पीछे छोड़ खुद का बलिदान देना आसान है क्या ! गुलामी तो बहुत चमचों ने की , पर वीरों ने जान पे खेलके इस पवित्र भूमि पे आज़ादी का सुगंध जो छिड़काया वो सफर आसान था क्या ! _soumya Ranjan naik ©facebook_shayariaana #India #IndependenceDay #Azadi #besthindishayari #bestshayari #nojitohindi #Odisha #hindipoetry