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दिल के आशियाने को आंधियों से नहीं बरसात से डर लगता

दिल के आशियाने को आंधियों से नहीं बरसात से डर लगता है,

टूटने सा लगता हूँ मैं अंदर से इस आखिरी मुलाकात से डर लगता है,

वैसे तो हँस के ही रूखसत होता हूँ मैं अपने घर से,

मगर दूर रहकर घर की याद से डर लगता है। #Homesickness
दिल के आशियाने को आंधियों से नहीं बरसात से डर लगता है,

टूटने सा लगता हूँ मैं अंदर से इस आखिरी मुलाकात से डर लगता है,

वैसे तो हँस के ही रूखसत होता हूँ मैं अपने घर से,

मगर दूर रहकर घर की याद से डर लगता है। #Homesickness
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