तुम सुनो तो बताऊ जज्बात क्या थे, में अकेली थी उस राह पर ! ओर वो चार थे" बहुत मिनते की पर एक ना सुनी देखते देखते वो कुते मुझे नोच गए नारी की फिर दोबारा तोहीन हो गयी में एक तरफ बिखरी थी वो हंस रहे थे क्या माँ सच मे किसी ने मेरी पुकार नही सुनी??? pirynka रेडी 😢 Suman Zaniyan pooja negi# Kamalakanta Jena (KK)