Nojoto: Largest Storytelling Platform

सुनो, हाँ आ जाता है कभी कभी तुम्हारा ख्याल, जब क

सुनो, 
हाँ आ जाता है कभी कभी तुम्हारा ख्याल, 
जब कभी मैं अपनी टाई नही बांध पाता हूँ,
जब किसी लड़की को बेबाक बात करते देखता हूँ, 
जब मुझे नोटस की जरूरत पडती है, 
जब रात में छत पर सिर्फ सर्द हवाएं चलती है, 
हाँ आ जाता है मुझे कभी कभी तुम्हारा ख्याल, 
जब कोई मुझे "अरे यार" कहकर बुलाता है, 
जब कोई मुझे अपनी पसंदीदा रंग बताता है, 
जब कोई मुझसे तेरा हाल पूछता है, 
और कैसा चल रहा है तुम्हारा ये सवाल पूछता हौ
हाँ तब आता है मुझे तुम्हारा ख्याल , 
वैसे मन में हर रोज यही प्रश्न  उठता है, 
आखिर वो कौन सा रिश्ता है तुमसे मेरा,
जिसके लिए मैंने, 
शब्दों को प्रेम करना सिखाया, 
जिसके लिए मैंने रातो को रात भर जगाया, 
जिसके लिए आँसुओ ने मेरी आँखों से संबंध बनाये, 
जिसके लिए मैंने कई बार खुद को आईने में निहारा, 
जिसके लिए मैंने कई बेनाम ख़त लिखे, 
जिसके लिए हम हमेशा पहली सफ़ में थे खड़े,
अगर तुम्हें इल्म हो तो हमें भी खबर करना.... 
..... #जलज राठौर सुनो, 
हाँ आ जाता है कभी कभी तुम्हारा ख्याल, 
जब कभी मैं अपनी टाई नही बांध पाता हूँ,
जब किसी लड़की को बेबाक बात करते देखता हूँ, 
जब मुझे नोटस की जरूरत पडती है, 
जब रात में छत पर सिर्फ सर्द हवाएं चलती है, 
हाँ आ जाता है मुझे कभी कभी तुम्हारा ख्याल, 
जब कोई मुझे "अरे यार" कहकर बुलाता है,
सुनो, 
हाँ आ जाता है कभी कभी तुम्हारा ख्याल, 
जब कभी मैं अपनी टाई नही बांध पाता हूँ,
जब किसी लड़की को बेबाक बात करते देखता हूँ, 
जब मुझे नोटस की जरूरत पडती है, 
जब रात में छत पर सिर्फ सर्द हवाएं चलती है, 
हाँ आ जाता है मुझे कभी कभी तुम्हारा ख्याल, 
जब कोई मुझे "अरे यार" कहकर बुलाता है, 
जब कोई मुझे अपनी पसंदीदा रंग बताता है, 
जब कोई मुझसे तेरा हाल पूछता है, 
और कैसा चल रहा है तुम्हारा ये सवाल पूछता हौ
हाँ तब आता है मुझे तुम्हारा ख्याल , 
वैसे मन में हर रोज यही प्रश्न  उठता है, 
आखिर वो कौन सा रिश्ता है तुमसे मेरा,
जिसके लिए मैंने, 
शब्दों को प्रेम करना सिखाया, 
जिसके लिए मैंने रातो को रात भर जगाया, 
जिसके लिए आँसुओ ने मेरी आँखों से संबंध बनाये, 
जिसके लिए मैंने कई बार खुद को आईने में निहारा, 
जिसके लिए मैंने कई बेनाम ख़त लिखे, 
जिसके लिए हम हमेशा पहली सफ़ में थे खड़े,
अगर तुम्हें इल्म हो तो हमें भी खबर करना.... 
..... #जलज राठौर सुनो, 
हाँ आ जाता है कभी कभी तुम्हारा ख्याल, 
जब कभी मैं अपनी टाई नही बांध पाता हूँ,
जब किसी लड़की को बेबाक बात करते देखता हूँ, 
जब मुझे नोटस की जरूरत पडती है, 
जब रात में छत पर सिर्फ सर्द हवाएं चलती है, 
हाँ आ जाता है मुझे कभी कभी तुम्हारा ख्याल, 
जब कोई मुझे "अरे यार" कहकर बुलाता है,

सुनो, हाँ आ जाता है कभी कभी तुम्हारा ख्याल, जब कभी मैं अपनी टाई नही बांध पाता हूँ, जब किसी लड़की को बेबाक बात करते देखता हूँ, जब मुझे नोटस की जरूरत पडती है, जब रात में छत पर सिर्फ सर्द हवाएं चलती है, हाँ आ जाता है मुझे कभी कभी तुम्हारा ख्याल, जब कोई मुझे "अरे यार" कहकर बुलाता है, #जलज