Nojoto पर मचल रहे थे आसमां में उड़ने को,पर चारदीवारी की बंदिश थी। शुक्रिया तेरा,तूने मेरे हिस्से का आसमां मुझे घर लाकर दे दिया। "♥️ you Nojoto" ©deepesh singh #Nojoto #nojoto♥️ #WForWriters