चूक जाते हैं स्याही और दवात। करवटें बदलते हुए निकल जाती है रात। मन ही मन बुनते हैं ख्यालात। पर उसके सामने जुबां छोड़ जाती है साथ। अक्सर बिखर जाते हैं जज़्बात। तन्हाई और फिर ये हसीन मौसम बरसात। अक्सर चूक जाते हैं हालात। फिर दिल में ही रह जाती है बात। दिल में रह जाती है बात, चुक जाते हैं स्याही और दवात... #रहजातीहैबात #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #dil #yqhindi