वो आती है चारो तरफ़ की मस्जिदों से आवाज़, बे-दारी की ख़ुदा खुद कहलवाता है आपने बन्दों से, कर लो तैय्यारी इफ्तारी की। Arz-ए-Sayed वो आती है चारो तरफ़ की मस्जिदों से आवाज़, बे-दारी की ख़ुदा खुद कहलवाता है आपने बन्दों से, कर लो तैय्यारी इफ्तारी की। Arz-ए-Sayed