इश्क़ उसका एक पन्ना ही सही मगर किया उसने बड़ी सिद्दत से था ,, लिखी भले ही मैने पूरी इश्क़ की किताब मगर मुझे मिला उतना ही जो मेरी किस्मत में था ,, जब वो मिला मुझे तो यू लगा था जैसे वो मेरी मंजिल थी पर मेरी बदकिस्मती ये थी कि मेरे रास्तो में इतना दम नही था,, mera adhura isaq,,