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कभी इन जीवो के बारे मे सोचा है, मधु मक्खी, जी हां

कभी इन जीवो के बारे मे सोचा है,
मधु मक्खी, जी हां ये हनी-बी,...
रोजाना सेकडो़ मील जाकर लाखो फुलों को
 चुनकर हमारे लिये सहद बनाती हैं,
अपना कितना खाती होंगी,..
10%-20%-30 % बस,बाकि हमारा,..
यानी अन्य जीवो का..
यहि से हमे प्रेरना लेनी चाहिये,
अपने लिये ना जीकर औरो के लिये जियो,
तभी तो दुनिया हमे याद करेगी,
पुजेगी,सम्मान देगी..!!

©Shreehari Adhikari369
  #मधुमक्खी..!!
#सीखना और सीखाना
shreehariadhikar2146

HARSH369

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#मधुमक्खी..!! #सीखना और सीखाना #हॉरर

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