विमल इंदु की विशाल किरणें, प्रकाश तेरा बता रही हैं। अनादि तेरी अनंत माया जगत को लीला दिखा रही हैं।। प्रसार तेरी दया का कितना ये देखना हो तो देखे सागर।। तेरी प्रशंसा का राग प्यारे तरंगमालाएँ गा रही है।। #कवि#जयसंकर प्रसाद जी 🙏