जीवन की मौलिकता लेकर, हिन्द बहारों से खिलता है। एक सूत्र में जुड़े हुए हैं, प्यार दिलों में ही पलता है । त्याग तपस्या की खुश्बू से, महक रहा इसका आँगन! संकट के बादल छाए तो- दुःख विचलित करने लगता है। प्रकृति उपासक हिन्दुस्तानी! कभी डरा न कभी डरेगा। आत्म शक्ति के बलबूते पर, विजय वरण हर पल करता है । #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #हमलिखतेरहेंगे #गुलिस्ताँ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with Shelly Jaggi