जो धार महाराणा प्रताप के तलवार में थी। वही धार रानी पद्मावती के जुबान में थी। एक ने सबक सीखाया, दुजें ने धूल चटाया।। ।।जय भावानी जय राजपूताना।। ©pratibha Singh thakur राजपूत