न जाने क्या ये नींद मेरी इन आँखों से आज चाहती है बंद करूँ तो दूर कहीं खोलूँ तो पलकों पर सजी नज़र आती है #PoetInMe #ShayarInMe #KaviBhitar #NeendMeri #DurHai