बचपन और बड़े भैया शिकायत है मुझे जब तक सोया भैया तब तक उसको कोई न सताये बार-बार आकर मुझको मां मेरी तू ,क्यों उठाएं सुबह का निकला भैया मेरा शाम को वापस घर को आए सारा काम घर का देखो मां तू मुझसे ही... क्यों कराएं हम दोनों बैठे खाना-खाने मां थोड़ी देर में रोटी लाई सारी ठंडी मुझको दे दी उसको सारी गरम खिलाई उसको सब कुछ मिलता था,मुझको क्यों ना देती थी इस बात पर रोज मेरी मां-पापा से लड़ाई होती थी -तरुण श्रीवास्तव #BadeBhaiya #Rakhchabandhan #mr_tarun