आज एक दोस्त याद आया याद आया मुझे वो बचपन जिसके संग हम खाते पीते घूमते पड़ते लिखते, अंध नग हम सारी गली मोहल्ला गॉव नागगे पाओ मस्ती करते फिरते आज एक दोस्त याद... आज मेरा दोस्त बन गेया पढ़ लिख कर बड़ा आदमी वो भूल गेया बचपन सरा वो भूल गेया दोस्त को ओर कर गेया एक दोस्त से किनारा आज एक दोस्त याद आया..... एक दोस्त की हैं दूवा मेरे दोस्त तु खुश रहये आबाद रहये दोस्त के पास रहये या दोस्त से दूर रहये Dost yaad aaya