किसान और जवान _______________ शर्म कर ए जवान, लाठी से मत पीट किसान | दो पैसे के लालच मे, बिक रहा तेरा दीन ईमान || आज नौकरी के नाम पर, लाठी भाँज रहे हो आप | इसी लाठी के जद मे, कभी आयेंगे आपके बेटे और बाप || कभी छात्र पिटवाए जाते हैं, किसान सड़क पर घिसटाये जाते हैं | हर इंकलाब की आवाज वाले, कारागार मे डलवाये जाते हैं | एक हो जाओ अब सब, छात्र, जवान और किसान | आँख दिखाओ गद्दी वालों को, बोलो जय जवान, जय किसान || #iamwithfarmers - शिवम् कुमार