गजब का तमाशा होता है इश्क में, तुझे क्या खबर " रसिक" क्या - क्या होता है इश्क में। कोई तो शायरों की बस्ती बसाता है, कोई मयखाने में बोतल नचाता है इश्क में। खोजता रहता है सदा जोड़ा इश्क का, वफाई है या बेवफ़ाई मेरे दिलबर के इश्क में। हैरत से न देखो मेरे अल्फाजों को दुनियां वालो, ये किस्सा चुना है मैंने आज के इश्क से ......! वफाई या बेवफाई......!