कब तक राह तकुं में तेरा, कब तक अश्क़ बहाऊं मैं, तुम ही बताओ ए जाने जाना, कब तक इस दिल को समझाऊं मैं, अब तुम बिन चैन नहीं है मुझको, इस दिल को भी अब आराम नहीं, बस तुम्हें याद किया करते हैं, और मुझे कोई काम नही ।। ©Anit kumar #कब_तक राह तकुं में मैं तेरा