Black हमारे गांव में भी एक नदी थी जिसमें धोते तन थे लेकिन हल्का मन होता था।अब शहर के सभी पाप उसमें तैर रहे हैं। क्या फायदा दूर की नदियां पूजने का जब पास की नदी पैर डुबोने के लायक नहीं छोड़ी। ©Kishor Taragi RAJ #Thinking