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बूंद बूंद को तरस गया...है धरा यूं बंजर.. कैसा तूने

बूंद बूंद को तरस गया...है धरा यूं बंजर..
कैसा तूने ये काम किया ...पूछे अब हर मंज़र।।
आप ही पानी आप ही सूखा..कहता है समंदर..
इक दिन ऐसा आएगा ..मुझमें ही डुबा सब अंदर।।।। #nature #droughts #sealevel 
act before it's too late
बूंद बूंद को तरस गया...है धरा यूं बंजर..
कैसा तूने ये काम किया ...पूछे अब हर मंज़र।।
आप ही पानी आप ही सूखा..कहता है समंदर..
इक दिन ऐसा आएगा ..मुझमें ही डुबा सब अंदर।।।। #nature #droughts #sealevel 
act before it's too late