#OpenPoetry वक्त की दौड़ में बड़ों बड़ों को बदलते देखा है .. इसीलिये हो सके तो किसी को हँसी दो, 🤝🙏🤝 क्यूँकि आँसू देते हुए हमने लाखों को देखा है.. 🌾🍁🙏🍁🌾 *वक्त की दौड़ में बड़ों बड़ों को बदलते देखा है .. !!!* *इसीलिये हो सखे तो किसी को हँसी दो,* *क्यूँकि आँसू देते हुए हमने लाखों को देखा है ।।।*