तू प्रेम में मेरे राधा बन जा , कृष्ण तेरा बन जाऊं मैं। मिलो या ना मिलो तुम हमें, तेरा ही प्रीत कहलाऊं मैं। स्वरचित ✍️प्रहलाद मंडल ©prahlad mandal तू प्रेम में मेरे राधा बन जा , कृष्ण तेरा बन जाऊं मैं। मिलो या ना मिलो तुम हमें, तेरा ही प्रीत कहलाऊं मैं। स्वरचित प्रहलाद मंडल