कोई ऐसे मिल गया है.. सरे राह चलते चलते कोई चंदा बन गया है.. मेरी शाम ढलते ढलते राहें भी थक गई हैं.. बाहें भी थक गई हैं मंज़िल खुद मिल गई है.. आकाश से निकल के #राशू