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बहुत याद आते है,मुझे अपने घर के बुजुर्ग,,, जो निश

बहुत याद आते है,मुझे अपने घर के बुजुर्ग,,,

जो निशान तो नही,पर अहसान छोड़ जाते है,,,,

बेटा लोग ज़माने में दर्द भी मुस्कुराकर देते है।।

🙏कवि आशीष🙏 #Hope कवि आशीष,,,8818955658
बहुत याद आते है,मुझे अपने घर के बुजुर्ग,,,

जो निशान तो नही,पर अहसान छोड़ जाते है,,,,

बेटा लोग ज़माने में दर्द भी मुस्कुराकर देते है।।

🙏कवि आशीष🙏 #Hope कवि आशीष,,,8818955658