फुर्सत मिले कभी तो, खुद से बात कर लेना। उलझन भारी जिंदगी की, रीत को तू समझ लेना। तेज चल रहे वक्त से, कदम ताल कर लेना। सूनसान भरी अंधेरी में, खुद की लौ जला लेना। वक्त के सुनहरे आईने में, खुद को रोज देख लेना फुर्सत मिले कभी तो, खुद से बात कर लेना। #फुर्सत_मिले_तो_कभी