ज़िंदगी धूप छांव की तरह हैं। कभी धूप की तरह तपाती हैं,तो कभी छांव की तरह सुकून दे जाती हैं। कभी खुशी की सौगात लाती हैं,तो कभी ढेर सारी दुःख दे जाती हैं। ©Nidhi Verma #धूप_छांव