हवाओं में घोल मिश्री फिर मनाया कर मेरे हम नफस ये रूबाई गुनगुनाया कर मै जानता हूं जो हर बात तेरे दिल की बैठ कर रोज़ वही बात दोहराया कर मेरे हम नफस ये रूबाई गुनगुनाया कर #रुबाई #वत्स #dsvatsa #vatsa #illiteratepoet #vatsapoet #hindvi #yqhindi