एक जोर की आंधी आई जो उड़ा ले गई आशियाने टूट कर बिखर गई जितनी भी थी ख्वाहिशें नए परिंदे मिल गए तो नीड नया बना लिया वक्त का यह खेल था जो मौसम सारा बदल गया क्या इतना आसान होता है पिछली बातें भुला देना मशरूफ हो जाना जिंदगी में और लाचार अपने को कह देना ©Anita Mishra #nojoto2021 #zindgi Madhu Chauhan✍️ Vinayak KALAKAARIYAN PRABHULAL KUMAWAT