जैसे जैसे जंगल कटते जा रहे हैं वैसे ही जानवरों पर जुल्म भी बढ़ते जा रहे हैं जंगल मे फिरते थे आजाद आज पिजरो मे कैद किये जा रहे हां, इंसानो को ये खतरनाक लगते हैं फिर भी इनको देखने लाखों की संख्या मे लोग चिड़ियाघर आ रहे हैं, इंसान इन से पैसा कमा रहे हैं इन का कुछ नहीं छोड़ते खाल, बाल, मांस, दूध, दांत इन सब से चलता हैं इन का बाजार कहने को तो हम इंसान हैं, पर इंसानियत कहाँ??? जानवर हैं ये जान हैं इनमे भी ये भूल जाते हैं लोग भगवान से दया की भीख मांगते हैं पर खुद दया नहीं दिखाते, रात को भेड़िए बन शिकार करते हैं दिन मे भगवान के सामने पूजा पाठ करते घंटा बजाते, इंसान के कितने रूप हैं? जानवर भी इन से घबराते, किसी का आशियाँ मत उजाड़ो, अच्छे कर्म करो प्रकृति और उसके जीवो की रक्षा करो =========== पूजा उदेशी ✍️ #alone save animals and their homes(jungles)