ये आँखे अब भी उनके इंतेजार में है जो नजरें हमसे फेर गया ये लब उससे बात करने को बेकरार है जो बातें अधूरी छोड़ गया ये दिल उनसे जफ़ा की उम्मीद में है जो वफ़ा मेरी को मतलबी कह गया ये लफ्ज़ उस पर ख़र्च होने की फ़िराक में है जो शायरी को बुजदिली मेरी बता गया । #yqbaba #yqdidi #rekhta #aankhein #shayari #timemachine