नाम मेरा राजू है पढ़ता हूं कक्षा सात में। कैसी है किस्मत ना जाने क्या लिखा है हाथ में ।। कैसे गुजारा कर रहे केवल पिताजी जानते हैं अंग्रेजी स्कूले महंगी है यह भी पिताजी मानते हैं । इसीलिए अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में पढ़ रहा हूं । नए दौर की शिक्षा पाकर नए दौर में बढ़ रहा हूं । पर आप तो हम गरीब के सपनों के दुश्मन हो रहे राजनैतिक दुश्मनी में जनता के दुश्मन हो रहे मेरी शिक्षा की फिक्र आपको तो क्यों पड़ी है अंधा फिर फिर बांटता है अपनों को ही रेवड़ी है ।। राजनीति करने को और भी तो क्षेत्र है। शिक्षा को तो छोड़ दो यह पावन पवित्र है । जब से सुना है कि हमारी स्कूल बंद हो जाएगी । सच कह रहा हूं सैकड़ों की बद्दुआ लग जाएगी ।। मत करो यह पाप अंग्रेजी स्कूल बंद का । पढ़ने दो हम गरीब को भी गुण गाएंगे आपका । ©कवि दिनेश तिवाड़ी politics