तुम्हारे साथ यही रास्ते भी देखे है तूझे दिला के सभी वास्ते भी देखे है सफर तेरे बग़ैर कैसे ये कट जायेगा कभी तो आये तू ये आसरे भी देखे है सूनी इन गलियों में ठहरी वो शाम हैं, जो ठहरी इस दिल में इक हसीन ख़्वाब बनकर । Pic 2:by me My University