ना तोड़ सकते हैं ना छोड़ सकते हैं बंदिशे कुछ ऐसी लगी है ना मुंह मोड़ सकते हैं बरदाश कर रहे हैं इस उम्मीद से खामोश है जिन्होंने ए बंदिश लगाई है वह खुद खोल दे #जिन्होंने बंदिश लगाई है वह खुद खोल दे