आईना ए हुश्न, बरकरार हो, पतझड़ नहीं बसंत बहार हो; दिल ए नूर, गजब हो रूहानी, जिंदगी आपकी, बसंत बहार हो; गुल सा हंसी, मुस्कुराते रहेना, होंठों पर आपके,बसंत बहार हो; मिले खुशी का पैगाम ए महोबत, हकीकत होनहार, बसंत बहार हो; मैं मैं डुब जाए, तूही एकतार हो, महेफुस हरपल ,बसंत बहार हो; #shore आईना ए हुश्न, बरकरार हो, पतझड़ नहीं बसंत बहार हो; दिल ए नूर, गजब हो रूहानी, जिंदगी आपकी, बसंत बहार हो; गुल सा हंसी, मुस्कुराते रहेना,